बहुत समय पहले की बात है एक गांव के रास्ते में एक पेड था। उस पेड में अद्भुत शक्तियाँ थी वह पेड उस रास्ते से गुजरने वाले हर किसी इंसान पशु पक्षी को खा जाता था।
उस पेड से गाव वाले बहुत परेशांन थे क्योंकि उनका उस रास्ते से आना जाना बंद हो चुका था। वो रास्ता भी गांव वालो के लिए बहुत जरूरी था।
शहर जाने के लिए की और रास्ता था नही एक दिन सभी गांव वाले इकठे हुए और इस समस्या का हल ढुंढने लगे उन्होंने गांव के एक व्यक्ति को इस पेड से बात करने भेजा।
पर उस पेड ने उस व्यक्ति की कोई बात नही सुनी और उसको मार दिया। ये सब देखकर गांव वाले बहुत परेशांन हुए सोचने लगे ऐसे तो ये पेड सभी को मार डालेगा।
जो लोग इस पेड से बच जायेंगे वो गांव में ही भूखे मर जायेंगे क्योंकि कोई गांव वाला इस रास्ते से शहर जा नही पायेगा और जरूरी सामान कैसे मिलेगा।
गांव वाले अभी इसपर चर्चा कर ही रहे थे की तभी एक गांव वाला बोला की इस गांव से कुछ दूरी पर एक राक्षस रहता है शायद वो हमारी मदद करे।
सभी गांव वाले बोलने लगे की वो राक्षस भी बहुत खतरनाक है वो हमारी मदद क्यों करेगा उससे हम कैसे मदद मांगे कुछ लोग बोले की इसके सिवा हमारे पास कोई रास्ता नही है। इस पेड की समस्या से छुटकारा हो। फिर आगे का सोचेंगे गांव का एक बजुर्ग बोला की ये कोई हल नही है आज पेड से छुटकारा मिल भी जाए फिर वो राक्षस हमें छोड़ेगा क्या पर उस बुढे की बात किसी ने नही सुनी और सभी गांव वाले उस राक्षस के पास चले गए।
राक्षस के पास जाने के बाद गांव वालो ने राक्षस को पेड की समस्या बताई राक्षस बोला की वो क्यों उस पेड को मारे। उससे उसका क्या फायदा होगा गांव वाले बोले की उस पेड की समस्या से छुटकारा दिलादो फिर जो आप कहोगे हम करेंगे।
राक्षस सोचने लगा और बोला की ठीक है मैं उस पेड को खत्म कर दूंगा पर उसके बदले तुम्हें मेरे खाने का इंतज़ाम करना होगा हर हफ्ते मुझे एक इंसान चाहिए। गांव वाले सोच में पद गए की ये क्या इसको हर हफ्ते कहाँ से इंसान लाके दें। गांव का एक व्यक्ति कहने लगा की वो पेड हफ्ते में पता नही कितने लोगों को मारकर खा जाता है। की अंजान व्यक्ति भो गांव की तरफ आता है तो वो पेड उसे भी मार डालता है इस राक्षस को तो एक ही व्यक्ति चाहिए इससे बाकी लोग तो आराम से अपना जीवन व्यतीत करेंगे।
ऐसा करते हैं की गांव का जो सबसे ज्यादा उम्र का व्यक्ति होगा वो हर हफ्ते इस राक्षस के पास जायेगा निवाला बनने इससे गांव के औरते बच्चे और जवान पुरुष तो सुरक्षित रहेंगे। ये सब सोचकर गांव वालों ने राक्षस की शर्त मंजूर करली।
राक्षस उस पेड को खत्म करने चला गया दानव पेड और राक्षस के बीच भयंकर युद्ध हुआ और राक्षस ने पेड को मार गिराया।
अगले हफ्ते से शर्त के अनुसार गांव का एक बजुर्ग व्यक्ति उस राक्षस के पास पहुँच जाता। राक्षस उसे खा जाता राक्षस के भी दिन मजे से कटने लगे उसे की मेहनत नही करनी पड़ती खाना अपने आप उसके पास आ जाता। उधर गांव वाले भी खुश थे क्योंकि अब उन्हे कोई डर नही था।
ऐसे ही बहुत समय बीत गया और गांव के सभी बजुर्ग खत्म हो गए। गांव में सभी जवान बच्चे और औरतें ही बची जवान पुरुष अपनी बलि देने को त्यार नही थे वो मर जाता तो उसके परिवार का पेट कोन भरता ।
इसी बात को लेकर गांव के लोग आपस में लड़ने झगड़ने लगे के हफ्ते गुजर गए राक्षस के पास कोई नही पहुंचा राक्षस भी भूखा गांव में कोई समझदार भी नही जो समस्या का हल बताता उधर राक्षस गुस्से में उस गांव की तरफ चल पड़ा वो भूखा भी था। राक्षस ने गुस्से में सभी गांव वालों को मार दिया और अब गांव खाली और वीरान हो गया।
शिक्षा :- इस कहानी से शिक्षा मिलती है की एक बुराई को खत्म करने के लिए दूसरी बुराई का सहारा नही लेना चाहिए नही तो नतीजे और गंभीर होते हैं।